Delhi Haridwar New Corridor: दिल्ली से हरिद्वार के बीच सफर करने वालों के लिए बड़ी खुशखबरी है। सरकार ने इस रूट पर एक नए Elevated Corridor प्रोजेक्ट को हरी झंडी दे दी है। इसका मतलब है कि अब हाईवे की भीड़ और जाम से छुटकारा मिलेगा, और दिल्ली से हरिद्वार का सफर पहले से कहीं ज्यादा स्मूद और तेज़ हो जाएगा।

6 लेन वाला हाईस्पीड कॉरिडोर
इस प्रोजेक्ट के तहत कुल 6 लेन का एलिवेटेड कॉरिडोर बनाया जाएगा, जो मेरठ, मुझफ्फरनगर और रुड़की जैसे प्रमुख शहरों को बायपास करेगा। इससे ट्रैफिक लोड कम होगा और लंबी दूरी के वाहन बिना रुके हरिद्वार तक जा सकेंगे। खास बात यह है कि यह हाईवे पूरी तरह कंट्रोल्ड एक्सेस होगा, जिससे सड़क दुर्घटनाएं भी कम होंगी।
तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को राहत Delhi Haridwar New Corridor
हरिद्वार एक प्रमुख तीर्थ स्थल होने के कारण यहां हर सीज़न में भारी भीड़ रहती है। दिल्ली से लाखों श्रद्धालु हर साल यहां दर्शन करने आते हैं। नया कॉरिडोर इन श्रद्धालुओं के लिए बेहद फायदेमंद होगा, क्योंकि ट्रैफिक में फंसे बिना, कम समय में हरिद्वार पहुंचना संभव होगा। पर्यटन को भी इससे ज़बरदस्त बढ़ावा मिलेगा।
कितनी होगी लागत और कब तक होगा तैयार?
इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत ₹8,500 करोड़ के आसपास बताई जा रही है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) इसे चरणबद्ध तरीके से बनाएगी और निर्माण कार्य जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है। अगर सब कुछ प्लान के मुताबिक चला, तो यह एलिवेटेड कॉरिडोर अगले 3 सालों में पूरी तरह चालू हो सकता है।
उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश को मिलेगा बड़ा फायदा
दिल्ली-हरिद्वार एलिवेटेड कॉरिडोर न केवल उत्तराखंड बल्कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों को भी सीधा फायदा देगा। व्यापार, कृषि, और पर्यटन से जुड़े क्षेत्रों में तेज़ी आएगी और स्थानीय लोगों को नई रोज़गार के अवसर भी मिल सकते हैं। कुल मिलाकर यह प्रोजेक्ट पूरे क्षेत्र के विकास में गेम चेंजर साबित हो सकता है।